
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोपों में शनिवार को छह भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में प्रसिद्ध हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा भी शामिल हैं, जिनका यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ है जिसमें 3.77 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं।
इंडिया टुडे से जुड़ी रिपोर्ट के अनुसार ज्योति मल्होत्रा ने 2023 में कमीशन एजेंट्स की मदद से पाकिस्तानी वीज़ा प्राप्त किया और ट्रैवल वीडियो बनाने के बहाने पाकिस्तान चली गई। वहीं, उन्हें पाकिस्तान हाई कमीशन, अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ़ दानिश से मिलवाया गया, जो भारत में तैनात एक आईएसआई एजेंट था। दानिश को 13 मई 2025 को जासूसी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर भारत से निष्कासित कर अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर दिया गया था।
जांच में खुलासा हुआ है कि ज्योति ने पाकिस्तान में कई बार आईएसआई अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें भारतीय सैन्य ठिकानों एवं सैन्य गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारियाँ मुहैया कराईं। इसके लिए वह एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्स व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट का इस्तेमाल करती थी।
इस जासूसी नेटवर्क की जड़ें हरियाणा और पंजाब तक फैली हुई थीं, जिसमें कई लोग एजेंट और मुखबिर के रूप में काम कर रहे थे।गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में पंजाब के मलेरकोटला की 32 वर्षीय विधवा गुज़ाला भी शामिल हैं। फरवरी में गुज़ाला पाकिस्तान हाई कमीशन, दिल्ली पहुंचीं थीं, जहाँ उनकी मुलाकात दानिश से हुई। इसके बाद दोनों में नियमित बातचीत होने लगी। दानिश ने उसे व्हाट्सएप छोड़कर टेलीग्राम पर आने को कहा, यह कहकर कि यह प्लेटफॉर्म ज़्यादा सुरक्षित है।
इसके बाद 23 अप्रैल को गुज़ाला अपनी मित्र बनू नसरीना (एक अन्य विधवा) के साथ पुनः हाई कमीशन पहुंचीं, जहाँ दानिश ने उनका वीज़ा फिर से सुनिश्चित करवाया। दोनों महिलाओं की पाकिस्तान यात्रा के पीछे भी संदिग्ध गतिविधियों की आशंका जताई जा रही है।
जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही हैं और इस पूरे प्रकरण को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मान रही हैं। मामले की जांच जारी है और सभी गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।