
पलामू की उपायुक्त (डीसी) सुश्री समीरा एस के नेतृत्व में जिला स्तरीय टीम ने लेस्लीगंज प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों और आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य व्यवस्थाओं का जायजा लेना और आम जनता व बच्चों की समस्याओं को समझना था। डीसी ने स्वयं कई केंद्रों का निरीक्षण किया
उपायुक्त सुश्री समीरा एस ने खुद अखौरी दीदरी 2, कुंवरबांध और भंडार टोला के आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। अखौरी दीदरी 2 केंद्र तक पहुँचने के लिए उन्हें खेतों के रास्तों से होकर जाना पड़ा। उन्होंने बच्चों से बात की और उनके भोजन के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान, कई खामियाँ सामने आईं जिसमें
- बच्चों का वजन मापने वाली मशीन में बैटरी नहीं थी।
- उपस्थिति पंजी के अनुसार, औसतन 7-9 बच्चे ही आते थे, जबकि 20 बच्चों का खाना बनाया जा रहा था।
- शौचालय का उपयोग नहीं हो रहा था।
- केंद्र के पास लगा चापाकल धंस गया था और अनुपयोगी था।
- बच्चों ने बताया कि उन्हें रोज़ाना अंडा नहीं दिया जाता।
भंडार टोला में, एक केंद्र सेविका के घर से चलाया जा रहा था और तय समय से पहले ही बच्चों की छुट्टी कर दी गई थी। कुंवरबांध केंद्र पर, सेविका और बच्चों की बातों में अंतर पाया गया, और उपस्थिति पंजी ठीक से व्यवस्थित नहीं थी।

जन वितरण प्रणाली की दुकानों और अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण
उपायुक्त के साथ आई टीम ने पूर्णाडीह, लेस्लीगंज, सांगबार और कुन्द्री पंचायतों में स्थित कई जन वितरण प्रणाली की दुकानों और आंगनबाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने सभी व्यवस्थाओं की जाँच की और संबंधित रिपोर्ट तैयार की।
जांच के बाद समीक्षा बैठक
निरीक्षण के बाद, उपायुक्त समीरा एस ने लेस्लीगंज ब्लॉक सभागार में सभी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सभी केंद्रों और दुकानों की निरीक्षण रिपोर्ट पर गहन चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि इस निरीक्षण का उद्देश्य भविष्य में जन वितरण प्रणाली और आंगनबाड़ी केंद्रों के बेहतर संचालन के लिए आवश्यक बदलाव और निर्णय लेना है।
(लेस्लीगंज से जैलेश की रिपोर्ट)