
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार, 9 जून की सुबह एक दर्दनाक घटना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरीपुंजे शहीद हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब माओवादियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर आईईडी विस्फोट में उनका वाहन डोंड्रा के पास धमाके की चपेट में आ गया।
इस विस्फोट में कोंटा थाना प्रभारी सोनल ग्वाला और एसडीओपी सहित कुछ अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे बेहद साहसी और वीर अधिकारी थे। उन्हें कई बार बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया था। यह हमारे लिए एक अपूरणीय क्षति है। इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।”
बस्तर पुलिस ने बताया कि यह घटना माओवादी संगठन भाकपा (माओवादी) द्वारा 10 जून को घोषित भारत बंद के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चल रही पैदल गश्त के दौरान हुई। कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास सुरक्षा बलों की टीम पर यह घातक हमला हुआ।
गौरतलब है कि दिसंबर 2023 के बाद से बस्तर क्षेत्र में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई तेज़ हो गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक माओवादियों को पूरी तरह समाप्त करने की बात कही थी। इसी क्रम में बीते 15 महीनों में 400 से अधिक माओवादियों को मारे जाने का दावा किया गया है।
हाल ही में नंबाल्ला केशव राव उर्फ बसवराजू सहित कई शीर्ष माओवादी नेता मारे गए हैं, जिसके बाद माओवादी संगठन ने विरोध स्वरूप 10 जून को भारत बंद का ऐलान किया था। इसी ऐलान के मद्देनजर एएसपी आकाश राव अपने दल के साथ क्षेत्र में गश्त पर निकले थे, जब यह हादसा हुआ।
फिलहाल, पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और व्यापक तलाशी अभियान जारी है।