छत्तीसगढ़ के बस्तर में टीवी पत्रकार की हत्या कर दी गई। पत्रकारिता करने की कीमत चुकाते उसने अपनी जान गवां दी। एनडीटीवी और न्यूज 18 जैसे संस्थानों में काम कर चुके मात्र 28 साल के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर नए साल से पहले अचानक लापता हो गए जब परिवार वालों को शक हुआ तब थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। मोबाइल के लास्ट लोकेशन के जरिए पुलिस को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के घर पर बने सेप्टिक टैंक के नीचे पानी में तैरता मिला। उनकी लाश को टैंक में डालकर उसपर सीमेंट की ढलाई कर दी गई थी। नई ढलाई को देखकर पुलिस को शक हुआ और जब टैंक को तोड़ा गया तो पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव पानी के अंदर मिला।
आखिर ऐसी क्या गलती कर दी थी पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने ?
मुकेश का अपना यूट्यूब चैनल भी है जिसका नाम बस्तर जंक्शन है जिसपर अभी एक लाख से अधिक फॉलोवर हैं। मुकेश चंद्राकर वही पत्रकार हैं जिन्होंने एक सुरक्षा बल के जवान को माओवादियों के चंगुल से छुड़ाया था। वे लगातार भ्रष्टाचार की खबरों को लेकर ठेकेदारों के निशाने पर थे। उनका गुनाह मात्र इतना था कि वे पत्रकारिता में भ्रष्टाचारियों का सच उजागर कर रहे थे। तीन दिन पहले ही उन्होंने सड़क की खराब गुणवत्ता को लेकर रिपोर्ट प्रसारित की थी जिसके बाद सरकार ने जांच के आदेश दे दिए इसी बात से खफा उनके अपने ही रिश्तेदार और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने बाकी लोगों के साथ उसकी हत्या करवा डाली। पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है जो फिलहाल फरार है बाकी तीन आरोपियों रितेश चंद्राकर, महेंद्र और दिनेश को गिरफ्तार किया गया है।
कौन है सुरेश चंद्राकर ?
सुरेश चंद्राकर बस्तर का स्थानीय ठेकेदार है। वह अपने लाइफ स्टाइल को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहता है। सुरेश चंद्राकर पहली बार सुर्खियों में तब आया था जब उसकी शादी हुई थी। इसने नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके में उस समय की सबसे महंगी शादी की थी। इसके साथ ही पत्नी की डिमांड को पूरा करने के लिए शादी में उसने किराये का हेलीकॉप्टर बुक किया था। बीजेपी ने उसे कांग्रेस नेता बताया है जबकि कांग्रेस का कहना है कि उसने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। सुरेश चंद्राकर की छवि बाहुबली तरह की है उसने फॉरेस्ट विभाग की अवैध जमीन पर भी कब्जा जमाया है जिसपर अब कारवाई की होने वाली है