
KIIT (Kalinga Institute of Industrial Technology) भुवनेश्वर में नेपाली छात्रा की आत्महत्या ने तूल पकड़ लिया है। पूरे देश में चर्चा का माहौल है। लोगों में गुस्सा है और एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के खिलाफ नाराजगी भी है। कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही 20 साल की नेपाली छात्रा प्रकृति लामसल ने सीनियर छात्र के द्वारा शोषण के कारण आत्महत्या कर ली। सीनियर छात्र द्वारा परेशान किए जाने को लेकर छात्रा ने पहले ही यूनिवर्सिटी के इंटरनैशनल रिलेशन ऑफिस में शिकायत की थी मगर कोई कारवाई नहीं हुई।
इस बात से नाराज छात्रों के प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने 500 नेपाली छात्रों को कैंपस से बाहर करने का आदेश जारी कर दिया। कैंपस से बाहर निकालने के लिए छात्रों के साथ मारपीट की गई और जबरदस्ती हॉस्टल से बाहर कर दिया गया। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने कारवाई करते हुए अब तक अपने एडमिन ऑफिसर समेत कई लोगों को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में ओडिशा पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें दो सिक्योरिटी गार्ड और तीन सीनियर स्टाफ शामिल हैं।
तुगलकी फरमान जारी करने वाले रजिस्ट्रार पर अब तक कोई कारवाई नहीं
रजिस्ट्रार ने 500 नेपाली छात्रों को निष्कासित करने का आदेश दिया जिससे माहौल बिगड़ा और छात्रों को परेशानी हुई। नेपाली छात्रों के साथ भेदभाव का व्यवहार किया गया लेकिन दुख की बात है कि ऐसे आदेश को लेकर रजिस्ट्रार पर अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ है।
छात्रों के सामने भद्दी टिप्पणी करने वाली दो महिला कर्मचारियों पर भी अब तक कोई एक्शन नहीं
KIIT की दो महिला कर्मचारियों का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है जिसमें दोनों छात्रों को धमकाती नजर आ रही हैं। एक को कहते सुना जा सकता है कि तुमलोग जैसे 40 हजार को फ्री का खिला रहे हैं तो दूसरी कहती है कि जितना खिला रहे हैं उतना तुम्हारे नेपाली सरकार का बजट भी नहीं होगा। वीडियो वायरल होने के बाद लोग लगातार इन दोनों पर कारवाई की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि ये दोनों यूनिवर्सिटी के टीचिंग स्टाफ हैं जो क्लास में बच्चों को पढ़ाते हैं। इनका नाम क्रमशः जयंती नाथ और मंजूषा पांडे है हालांकि बाद में दोनों ने वीडियो बनाते हुए अपने व्यवहार के लिए नेपाली छात्रों और नेपाल के लोगों से माफी भी मांगी है।