
मोहम्मदगंज थाना क्षेत्र के बटऊआ गांव में रविवार को एक ही परिवार की तीन महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई। जंगल से खुखड़ी चुनकर लौट रही शांति कुंवर (उम्र 49), उनकी 6 वर्षीय बेटी काजल कुमारी और 14 वर्षीय नातिन अंजली कुमारी की काशी स्रोत नदी में डूबने से मौत हो गई।
बताया गया कि तीनों महिलाएं सुबह जंगल में खुखड़ी चुनने गई थीं। जाते समय नदी में पानी कम था, लेकिन लौटते समय अचानक जलस्तर बढ़ गया। तीनों ने नदी पार करने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव में बह गईं और डूब गईं।
परिजनों ने रविवार से ही खोजबीन शुरू कर दी थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। मंगलवार की सुबह गौराहा बांध के पास चरवाहों को तीनों के शव पानी में तैरते मिले।
सूचना मिलते ही एसआई शेख अमानुल्लाह और एएसआई प्रद्युम्न पासवान पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। चूंकि घटनास्थल चारों तरफ पहाड़ों से घिरा हुआ है और नदी किनारे तक पक्की सड़क नहीं है, इसलिए शवों को बाहर निकालना बहुत कठिन रहा। ग्रामीणों और पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। अंततः ट्रैक्टर की मदद से शवों को मुख्य मार्ग तक लाया गया।
शवों की हालत खराब हो चुकी थी और उनसे दुर्गंध आ रही थी। पुलिस ने तीनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया।
मृतका शांति कुंवर पहले से ही विधवा थीं। उनके पति सुदेवी रजवार की कुछ वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी थी। वे मजदूरी कर किसी तरह अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रही थीं। उनकी पांच बेटियां हैं, जिनमें से दो की शादी हो चुकी है और बाकी की अभी शादी नहीं हुई है।
शांति कुंवर का परिवार अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना समेत किसी भी सरकारी योजना से वंचित रहा है। उनका परिवार आज भी एक जर्जर कच्चे मकान में रह रहा है। इस हादसे के बाद घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है।
इस संबंध में अंचल अधिकारी रणवीर कुमार ने बताया कि घटना की सूचना वरीय अधिकारियों को दे दी गई है। सरकारी प्रावधानों के अनुसार पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी और शीघ्र ही उनके लिए आवास निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।