
रिपोर्ट – रवींद्र ठाकुर
पांकी थाना क्षेत्र स्थित किरण सिंह अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार यह एक निजी अस्पताल है। जच्चा-बच्चा की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार ऑपरेशन में शामिल डॉक्टर और अस्पताल के कर्मियों को एक कमरे में बंद कर दिया गया था, जिसके बाद बाहर भीड़ जमा हो गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद पांकी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले को शांत कराया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पांकी थाना क्षेत्र के कोनवाई निवासी ममता देवी को प्रसव पीड़ा के बाद मेदिनीनगर में एक डॉक्टर से जांच कराई थी। बाद में ममता देवी को प्रसव के लिए पांकी स्थित एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया। जहां बुधवार की देर रात ऑपरेशन के दौरान ममता देवी और बच्चे की मौत हो गई।
मृतका के पति सोनू सिंह ने बताया कि निजी नर्सिंग होम ने कहा था कि वे स्थिति को संभाल लेंगे, रात में जब उनकी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी तो उन्होंने रेफर करने की भी बात कही । लेकिन अस्पताल के डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं है, सब ठीक हो जाएगा। बाद में उनकी पत्नी और बच्चे की मौत हो गई। ममता देवी के चाचा सुरेंद्र सिंह का कहना है कि डॉक्टर और अन्य कर्मचारी नशे की हालत में मौजूद थे और शराब के नशे में ही ऑपरेशन कर रहे थे। इन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मृतका के परिजनों की ओर से पांकी थाने में एक आवेदन भी दिया गया है जिसमें कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पांकी थाना प्रभारी राजेश रंजन ने बताया कि जच्चा-बच्चा की मौत हो गई है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पांकी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. महेंद्र प्रसाद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा प्रभारी के अनुसार शिशु की मौत पहले ही हो चुकी थी जिसके बाद उसे पांकी भर्ती कराया गया। पलामू के सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।