
दानापुर से आरजेडी के विधायक रीतलाल यादव ने पटना कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पटना पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी। विधायक पर एक बिल्डर से रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप दर्ज है जिसमें पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस पहले भी कई सारे ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।
दबाव बढ़ता देख रीतलाल यादव और उनके छोटे भाई दोनों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। न्यूज विंग में छपी खबर के अनुसार जिस बिल्डर से रंगदारी मांगी गई थी उसका अपार्टमेंट का एक बड़ा प्रोजेक्ट खगौल में चल रहा है जहां के विधायक रीतलाल यादव हैं।
रीतलाल यादव दानापुर विधानसभा सीट से राजद के विधायक हैं. प्रभात खबर की एक खबर के अनुसार इससे पहले शुक्रवार को पटना में जबरन वसूली के एक मामले की जांच के तहत विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के विधायक रीतलाल यादव और उनके करीबी सहयोगियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी थी. अधिकारी ने बताया था कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने 10 लाख रुपये से अधिक नकद, 77 लाख रुपये के चेक, छह खाली चेक, संपत्तियों की खरीद-बिक्री से संबंधित 14 दस्तावेज और 17 चेकबुक बरामद किए गए थे. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अवकाश कुमार ने बताया था कि पटना के एक बिल्डर की शिकायत के आधार पर यादव और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद दानापुर एवं राजधानी में 11 जगहों पर छापेमारी की गई थी.