
हाल ही में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए एक बयान ने बवाल मचा दिया है। उन्होंने संसद में कहा कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाया था, तो मुसलमान तो बाबर की औलाद हैं और तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो.
इस बात से नाराज राजपूतों की सेना करनी सेना ने सांसद के घर पर हमला किया है और भारी तोड़ फोड़ की है। इधर विवादों के बाद रामजी लाल सुमन ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि वे इस जन्म में माफी नहीं मांगेंगे।
कौन थे राणा सांगा ?
इतिहास में मेवाड़ के राजपूत राजा संग्राम सिंह को राणा सांगा के नाम से जाना जाता है जिनका सम्राज्य एक समय में राजस्थान और गुजरात के साथ साथ मध्यप्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था। उन्हें राजपूत राजाओं को एक करने के लिए भी जाना जाता है। इसमें कोई शक नहीं कि राणा सांगा एक शक्तिशाली राजपूत शासक थे। उनका जन्म 1482 के आसपास बताया जाता है और लगभग 27 साल की उम्र में वे मेवाड़ की गद्दी पर बैठे। वह राजा रायमल और रानी रतन कंवर के घर पैदा हुए और वे उनके तीसरी संतान थे.
इतिहास में यह लिखा गया है कि राणा सांगा और दौलत खा ने मिलकर बाबर को इब्राहिम लोदी पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया था क्योंकि इब्राहिम लोदी से राणा सांगा और दौलत खा दोनों काफी परेशान थे। बाबर ने इतिहास में कई बार राणा सांगा की तारीफ की है। हालांकि दिलचस्प बात है कि बाद में राणा सांगा ने खुद बाबर के खिलाफ खानवा में एक बड़ी लड़ाई लड़ी। ये सारे तथ्य नेशनल स्कूल ऑफ ओपन स्कूलिंग के पाठ्यक्रम में भी शामिल हैं।
कौन हैं सपा सांसद रामजी लाल सुमन ?
रामजी लाल सुमन दलित समुदाय से आते हैं और फिलहाल समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं। वे उत्तर प्रदेश की फिरोजाबाद सीट से कई दफा सांसद भी रह चुके हैं।