
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के बैनर तले छात्रों ने नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (एनपीयू) में लंबित मांगों को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। आइसा के जिला सचिव गौतम दांगी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने हुआ, जहां छात्रों ने अपनी समस्याओं पर तीखे नारे लगाए और तुरंत समाधान की मांग की। छात्रों ने विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार हंगामा किया।
छात्रों की प्रमुख मांगें
- अनियमित सत्र एवं परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी – छात्रों का आरोप है कि सत्रों में लगातार देरी हो रही है और परीक्षा परिणाम में भी त्रुटियां सामने आ रही हैं, जिससे उनका भविष्य प्रभावित हो रहा है।
- पीएचडी नामांकन में देरी – पीएचडी प्रवेश परीक्षा पास करने के बावजूद नामांकन नहीं हो रहा है।
- जीएलए कॉलेज में सीटों की बढ़ोतरी – वर्तमान सीटों की संख्या कम होने से कई छात्रों को नामांकन नहीं मिल पाता।
- गर्ल्स हॉस्टल और पुस्तकालय की शुरुआत – जीएलए कॉलेज का गर्ल्स हॉस्टल वर्षों से बंद है और पुस्तकालय की सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं।
आइसा जिला सचिव गौतम दांगी के नेतृत्व में जीएलए कॉलेज से निकला विरोध मार्च विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन तक पहुंचा। दांगी ने कहा कि विश्वविद्यालय की बदहाल व्यवस्था छात्रों के सपनों को तोड़ रही है।
जिलाध्यक्ष गुड्डू भुइयां ने कहा कि शिक्षकों एवं कर्मचारियों की भारी कमी से शिक्षण कार्य प्रभावित है। वहीं अंशु कुमार ने कॉलेज में सीटों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया।

छात्र नेताओं की भागीदारी
विरोध में राज्य उपाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह, अभय सिंह दांगी, रोहित मेहता, विवेक मिश्रा, आनंद, मंटू कुमार, रिशिरौषण कुमार, प्रेम, प्रेमचंद कुमार, मृत्युंजय कुमार, सुमित कुमार सहित कई छात्र शामिल हुए। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।