
लातेहार वन प्रमंडल के बीसी-02 क्षेत्र अंतर्गत ललमटिया रोड नंबर-02 में वन विभाग ने वन्यप्राणी शिकार की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। विभाग की तत्परता से चार शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से चार भरठुआ देशी बंदूकें, 15 ग्राम बारूद, टॉर्च, चाकू, तसला और अन्य शिकार के उपकरण बरामद किए गए। सभी के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गोली की आवाज से खुला राज
जानकारी के अनुसार, 17 अगस्त दोपहर करीब 1:30 बजे गश्त के दौरान वनकर्मियों को जंगल की ओर से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। टीम तुरंत मौके पर पहुँची तो वहाँ लोधा मुण्डा और लखन परहिया नामक दो आरोपी शिकार की तैयारी कर रहे थे। टीम को देखते ही दोनों ने भरठुआ बंदूक से फायरिंग कर दी, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। विभाग की सतर्कता से दोनों को मौके पर ही दबोच लिया गया।
चुंगरू गांव से दो और गिरफ्तार
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के बारे में बताया। इसके बाद 18 अगस्त की सुबह 5 बजे चुंगरू गांव में छापेमारी कर सोमा मुण्डा और बलराम सिंह को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से भी दो भरठुआ बंदूकें व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए।
जब्त सामान:
- भरठुआ बंदूक – 4
- बारूद – 15 ग्राम
- टॉर्च – 2
- चाकू – 1
- छोटा तसला – 1
- बट क्लीनर (2 फीट 9 इंच) – 1
धाराओं के तहत केस दर्ज
वन विभाग ने चारों आरोपियों के विरुद्ध धारा 9, 27, 29, 31, 50, 51 और 52, वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया।
डीएफओ प्रजेश कांत जेना ने कहा कि वन्यजीवों के शिकार की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। जंगल की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए निगरानी एवं गश्त को और सघन किया गया है। छापामारी दल में रेंजर उमेश दुबे, प्रभारी वनपाल संतोष सिंह, राम कुमार समेत कई वनकर्मी शामिल थे।
छिपादोहर से पंकज गिरि की रिपोर्ट