
रिपोर्ट – पंकज गिरि, छिपादोहर
शुक्रवार शाम से हो रही मूसलाधार बारिश ने छिपादोहर क्षेत्र में भारी तबाही मचा रखी है। आधी रात के बाद गम्हरिया गांव में तीन तालाब टूट गए, भारी जलप्रवाह के कारण गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह बह गई है। इस आपदा से आदिम जनजाति और आदिवासी बहुल क्षेत्र गम्हरिया के 100 से अधिक परिवारों का संपर्क मुख्यालय से पूरी तरह टूट गया है। ग्रामीण फिलहाल पगडंडी के सहारे आवाजाही कर रहे हैं। खासकर मरीजों और आवश्यक कार्यों में लगे लोगों की परेशानी बढ़ चुकी है।तेज बारिश के चलते कुछ मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं, खैराही टोला का एक और तालाब भी टूट गया, जिससे गम्हरिया और खैराही टोला में लगभग 50 एकड़ में लगी धान और मक्का की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही छिपादोहर थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की और मामले की जानकारी बरवाडीह बीडीओ को दे दी गई है।
विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ा असर
गांव से सड़क संपर्क टूटने के कारण गम्हरिया के सैकड़ों छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
तेज बारिश के चलते कुछ मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं, खैराही टोला का एक और तालाब भी टूट गया, जिससे गम्हरिया और खैराही टोला में लगभग 50 एकड़ में लगी धान और मक्का की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही छिपादोहर थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की और मामले की जानकारी बरवाडीह बीडीओ को दे दी गई है।
विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ा असर
गांव से सड़क संपर्क टूटने के कारण गम्हरिया के सैकड़ों छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

तालाब निर्माण और क्षति का इतिहास
गम्हरिया में जो मुख्य तालाब टूटा है, उसका निर्माण वर्ष 2018 में भूमि संरक्षण विभाग द्वारा कराया गया था। उसी तालाब के टूटने से दो अन्य छोटे तालाब भी बह गए, जिससे पानी के तेज बहाव में सड़क पूरी तरह बह गई। खैराही टोला का तालाब वर्ष 2020 में मरम्मत के बाद फिर से टूट गया है।
किसानों ने मुआवजे की मांग की
तबाही से प्रभावित किसानों ने प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है। 50 एकड़ से अधिक जमीन में लगी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। हालांकि प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों को अभी तक किसी भी तरह की कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली है। क्षेत्र के किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है।

लात और चुंगरू पंचायत में भी संकट
छिपादोहर के चुंगरू पंचायत का मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। नावाडीह और लाभर नदियों में आई बाढ़ से मार्ग अवरुद्ध है। शनिवार दोपहर 3 बजे तक भी आवागमन बहाल नहीं हो सका था। लात जाने वाली सड़क भी कई जगहों पर कटाव का शिकार हो गई है और लोग जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर हैं।
छिपादोहर क्षेत्र में शुक्रवार रात से जारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रभावित ग्रामीणों द्वारा प्रशासन से त्वरित राहत और मुआवजे की मांग की जा रही है।