
निर्मला सीतारमण ने इस साल के बजट में लगभग सबको चौंका दिया है। मुख्य रूप से बिहार राज्य के लिए यह बजट शानदार रहा है। बिहार को कई नए प्रोजेक्ट के तोहफे मिले हैं। बिहार में मखाना (Fox Nuts) को बढ़ावा देने के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी जिससे इसके उत्पादन, प्रोसेसिंग और इसकी मार्केटिंग में भारी वृद्धि होने की संभावना है।
बिहार को तीन नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट मिले हैं जिसमें राजगीर, सोनपुर और भागलपुर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण होना है। बजटीय प्रावधानों के अनुसार राजगीर में राज्य का पहला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनेगा। साथ ही कुल 10 ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट विकसित किए जाएंगे जिसमें सहरसा, वाल्मीकिनगर, पूर्णिया, बेगूसराय, मुंगेर, गोपालगंज, मोतिहारी और रक्सौल जैसे शहरों के नाम शामिल हैं।
क्या होता है ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट?
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट दोनों अलग अलग अवधारणाएं हैं। ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट अविकसित भूमि पर बनाया जाता है जहां पहले से कोई संरचना मौजूद नहीं होती। इसका अर्थ है कि इस तरह के एयरपोर्ट का निर्माण नए सिरे से किया जाता है। चूंकि इसके निर्माण में पहले से मौजूद किसी संरचना को ध्वस्त नहीं करना पड़ता है जिससे पर्यावरण को नुकसान कम होता है यही कारण है कि इसे ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट कहते हैं।
जबकि ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट ऐसे जगह पर विकसित किया जाता है जहां पहले से थोड़ी बहुत संरचना मौजूद हो जैसे कि ट्रैफिक टावर, छोटे रनवे इत्यादि। इस तरह के एयरपोर्ट अक्सर शहरों में विकसित किए जाते हैं जहां नए एयरपोर्ट का निर्माण संभव न हो।