
रिपोर्ट – पंकज गिरि
पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत गारू प्रखंड के मायापुर पंचायत स्थित पहाड़कोचा गांव में शनिवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब ग्राम प्रधान भुनेश्वर सिंह के घर के पास एक विशाल अजगर देखा गया। करीब 11 फीट लंबा और लगभग 20 किलो वजनी इस अजगर को देखकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और फॉरेस्टर परमजीत तिवारी के नेतृत्व में सावधानीपूर्वक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। टीम में अमन गुप्ता, कृष्णा सिंह, ट्रैकर लक्ष्मण यादव सहित स्थानीय ग्रामीण शेरा गुप्ता, पवन गुप्ता और आकाश गुप्ता शामिल थे। सभी की मदद से अजगर को सुरक्षित पकड़कर बीसी-12 के घने जंगल में छोड़ा गया।
फॉरेस्टर परमजीत तिवारी ने बताया कि अजगर जैसे साँप पर्यावरण की खाद्य श्रृंखला में अहम भूमिका निभाते हैं। ये खेतों को नुकसान पहुंचाने वाले चूहों और कीटों का शिकार करते हैं, जिससे फसलों की रक्षा होती है। इसके अलावा ये कई अन्य जानवरों के लिए भोजन का स्रोत भी होते हैं और इनसे बनी कई दवाइयाँ जीवन रक्षक साबित होती हैं।
वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी वन्यजीव को देखकर घबराएं नहीं और न ही उसे नुकसान पहुँचाएं। बल्कि तुरंत विभाग को सूचना दें, ताकि जीवों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा सके। साथ ही, बरसात के मौसम में जंगलों में सावधानी बरतने, बच्चों और बुजुर्गों को अकेले जंगल में न भेजने की सलाह दी गई है, क्योंकि इस समय भालू और अन्य वन्यजीव ज्यादा सक्रिय रहते हैं।
गौरतलब है कि इसके पहले गुरुवार और शुक्रवार को भी बारेसाढ़ क्षेत्र के जंगलों से सांपों का सफल रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया था।